DATA Leak News 2024- करोड़ों भारतीयो का केवाईसी डाटा हुआ लीक।
320 करोड़ डाटा एंट्री के इस मदर आफ आल लीक कहे जा रहे दुनिया के सबसे बड़े डाटा लीक में करीब 75 करोड़ भारतीयों का डाटा भी शामिल है। 12 टेरा बाइट के इस डेटाबेस में से करीब 1.8 टीबी में 75 करोड़ भारतीयों के मोबाइल नंबर और घर का पता और आधार कार्ड नंबर की जानकारी शामिल है।
डार्क वेब पर भारतीय डाटा को बेचने का दावा करने वाले साइबोडेविल का कहना है कि कंप्रेस करने के बाद 600 जीबी में यह डाटा उपलब्ध कराया जा सकता है
साइबोडेविल ने पूरे डाटा सेट के लिए 3000 डालर यानी करीब 2.5 लाख रुपए की मांग की है। साइबर सुरक्षा फर्म क्लाउडसेक के मुताबिक एम-ओ-ए-बी को अंजाम देने वाले साइबो-क्रू के सहयोगी साइबोडेविल और यूनिट 8200 ने बिक्री के लिए जिस डेटाबेस को पेश किया है, यह भारतीय मोबाइल नेटवर्क प्रदाता कंपनियों से जुड़ा है।
अगर साइबर अपराधियों का दावा सच है तो देश की 85 फीसदी आबादी से जुड़ी अहम जानकारी केवल 2.5 लाख में बिक चुकी है। जो की देश की सुरक्षा के लिहाज से बहुत खतरनाक साबित हो सकती है।
क्लाउडसेक के मुताबिक यह डाटा लीक देश के सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं की डेटा सुरक्षा पर सवालिया निशान भी खड़ा करता है। हालांकि अभी इस संबंध में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी कि डाटा कहां से लीक हुआ है। लेकिन क्लाउडसेक के शोधकर्ताओं के मुताबिक डाटा लीक का स्त्रोत सेवा प्रदाता कंपनियों की तरफ से किए जाने वाला केवाईसी डाटा है।
ये डाटा लीक हो चुका है, तो आने वाले समय में साइबर अपराधों की संख्या में और ईजाफा होगा। सरकार को सेल्यूलर नेटवर्क आपरेटरों को केवाईसी से संबंधित दिशा निर्देश देने चाहिए। और इस संबंध में ये सुनिश्चित करना चाहिए की यह चूक कैसे हुई, और आने वाले समय में ये दोबारा ना हो।